Top 100 motivational quotes in hindi , part 2 

101) एक अच्छी किताब आपको जिंदगी के बारे में बहुत कुछ सिखा सकती है, एक अच्छा शिक्षक आपको जिंदगी के बारे में सब कुछ सिखा सकता है।

102)जब मेहनत की जगह भ्रम और चिंता ले लेते हैं तो सपने बोझ बन जाते हैं।

103)अगर कहीं असफल रहे हैं तो कीजिये मंथन, करिये चिंतन, कहाँ कमी रह गई थी। सोचिए समझिए काम करिये, जिंदगी में निराश होने का समय ही नही होना चाहिए।

104)हार से घबराना अपने मार्ग से भटकने की वजह बनता है।

105)जिनके जीवन मे कोई उद्देश्य नही, उनके दिन बोझिल हो जाते हैं और जिनके पास जीवन का एक उद्देश्य है उनका दिन कार्य की ऊर्जा से उत्साहित रहता है। 

106)आपके लक्ष्य बाकी सबसे बड़े है तो आपको वक्त और मेहनत भी बाकी सबसे ज्यादा देनी होगी।

107)आप अध्ययन करें या अध्यापन , आप जीवन से जुड़े रहते हैं।

108)कमियाँ हमारी ही होती हैं, 

ख्वाब भी हमारे ही टूटते हैं।

पर दोष दुनिया को दिया जाता है। 

109)जब उद्देश्य से प्रेम हो जाता हैं तो व्यक्ति उम्र और परिस्थितियों की समस्याओं को बहुत पीछे छोड़ देता है।

110)संयम ही सत्मार्ग है।

111)धीर गम्भीर समता विचार लो।

बिन भेदभाव सबको स्वीकार करो।

समुद्र की तरह बनो।

113)जिंदगी में अँधेरे होते क्यूँ हैं

अपने अंदर के सूरज को जलाने के लिए।

114)हर एक रास्ता परखता है मुसाफ़िर को

उसे मंजिल के काबिल बनाना भी जरूरी होता है।

115)जो आज का दिन है वो सिर्फ आज है। ये लौट कर कभी वापस नही आएगा । जो काम आज के लिए तय है उसे आज ही करिये।

116)नव उत्साह की सी भोर हो, एक उम्मीद का उजास हो। 

जो स्वप्न था कल रात में , उस लक्ष्य की ही प्यास हो। 


117)ये समय स्वयं को दोहरायेगा नहीं लेकिन आप इस समय को अपनी मेहनत से यादगार बना सकते हैं। 

118)रात्रि का ये अंत है
रश्मियाँ अनन्त हैं,
है पथ वही पथिक वही
और लक्ष्य ही महंत है।
जो रुके हैं राह में
सहायता की चाह में,
उनकी नही ये भोर है
वे आलस्य से ही अंध हैं।

119)मंद हो भले गति

पर गतिमान ही रहे,

चले भले ही कुछ कदम

पर दूरी तय होती रहे  ।

 110)जीवन निरन्तर है, सुबह हो या रात सबको बीत जाना है और हमें सबसे जूझकर आगे बढ़ना होता है। 

111)जिस पथ पर चलकर आप जीवन का उद्देश्य पाना चाहते हैं उस पथ के सही गलत होने की पुष्टि करना भी आपका ही कर्तव्य है।

112)यदि भय अब भी मन मे शेष हो 

तो साहस के नए प्रकाश भर 

इन बाधाओं और हार से ऊपर

मैं अमर सूर हूँ ऐसी हुँकार भर 


113)जो चीजें आपने अभ्यास में सीखी हैं, परीक्षा उन्हीं शिक्षाओ को अनुभव में उतारना सिखाती है। 

114)अगर सुबह उठकर आप अपना बिस्तर खुद ठीक करते हैं तो यकीन करिये आप बहुत कुछ ठीक कर सकते हैं ।

 115)मन साफ रखो
क्या विकार है
क्या है पावन
सब हिसाब रखो

116)आप जिस भी सीढ़ी पर खड़े हैं । उसे छोड़कर आपको आगे बढ़ना ही होगा। ताकि आपके पीछे वाले भी आगे बढ़ सकें।

117)अगर मन की वजह से बाहर का वातावरण प्रतिकूल है तो मन का वातावरण अनुकूल करिये। 

118)खुशियाँ मनाते समय ध्यान रखिये कि आप खुशियाँ बाँट भी रहे हों 😊

119)खुशी एक स्वप्न है, संघर्ष एक सच है।

संघर्ष में मिलने वाला दुःख सच्चा सुख है।

120)कायदे सलीके तरीके नियम मर्यादा हद और सीमाएं 

अपने लिए खुद तय करें तभी आप उनका पालन कर पाएंगे।


121)जूझो तो सही एक बार मुश्क़िलों से ,

देखो तो सही आखिर इनमे जोर कितना है।

122)मन सूरज के उत्साह ताप का 
इस नव भोर में आभास करो 😇
उठो आलसियों 9 बजने वाले हैं
अब तो रजाई का त्याग करो 😝

123) विश्वास हमेशा आपको शक्ति देता है यदि खुद पे किया जाए।

124)मंजिल की दूरी लक्ष्य के प्रति सजगता पर निर्भर करती है।

125)समय उन्ही का व्यर्थ होता है जिन्हें सीखने की नही बल्कि मनोरंजन की आदत पड़ चुकी है।

126)निद्रा सफलता की शत्रु नही है अपितु आलस सफलता और अभ्यास दोनों के लिए हानिकारक है।

127)जीवन उसी का महत्वपूर्ण बन पाता है जो हर एक क्षण के महत्व को समझता है और उसे उपयोगी बनाता है।

128)आत्मविश्वास एक ऐसी भावना है जिसका अस्तित्व हमारे अन्तर्मन से होता है लेकिन हम उसे महसूस नही कर पाते क्योंकि हम उसे दूसरों में ढूढ़ते हैं।

129)जो व्यक्ति, विचार अथवा वस्तु आपकी प्रेरणा को जन्म देती है उससे जुड़े रहना अपने आप से जुड़े रहना जैसा होता है।

130)लड़ने के लिए सकारात्मक परिस्थिति को ध्यान में रखना अनिवार्य है।
जीतने के लिए सकारात्मक और नकारात्मक दोनो परिस्थितियों के लिए तैयारी रखना अनिवार्य है।

131)रात के बाद कभी दिन नही होता, सुबह होती है जो धीरे धीरे दिन तक ले जाती है।
हर समस्या का सीधा समाधान कभी नही होता, संघर्ष होता है, जिससे जूझकर समाधान तक पहुँचना पड़ता है।

132)जल जाते हैं झूठ के किस्से
संघर्ष में तप के
सच्चाई ही जिंदा रहती है

133)अगर जिंदगी ने जिद पकड़ी है तुम्हें हराने की,

तो तुम क्यों नहीं जिद करते हर बार जीत जाने की।

134)जो चल रहा है उसे सही मिले या गलत, रास्ता तो जरूर मिलेगा। जो आलस में बैठे हैं उन्हें सिर्फ़ मंजिलों के टूटे हुए सपने नसीब होंगें।

135)जो हमें खुद में गलत लगता है लेकिन उसे हटाने के बजाए हम उससे समझौता करके उसके साथ रहने की आदत बना लेते हैं और हम खुद भी गलत हो जाते हैं।

136)अपने सपनो के लिए असीमित संभावनाएं ढूढिये लेकिन रास्ता एक चुनिए और उस पर अडिग रहिये।

137) जब आपको लगता है कि आप सीख चुके हैं, आपका सीखना वहीं खत्म हो जाता है। 

138)एक दिन होने वाले इम्तिहान का डर अपने आप खत्म हो जाता है जब हमें समझ आ जाता है कि तैयारी का हर दिन भी एक नया इम्तिहान ही होता है।

139)हमारी जीवनशैली जितनी सामान्य होती जाती है, हमारे कार्य उतने ही उच्च होते जाते हैं।

140)विचारों की संकीर्णता उन्नयन का हर अवसर  ख़त्म कर देती है।

141)जब आप सच में कुछ सीखना चाहते हैं, कुछ करना चाहते हैं तो आप अपने आस पास की हर एक चीज़, हर एक व्यक्ति, हर एक परिस्थिति से सत्प्रेरणा ले सकते हैं।

142)अगर हम अपनी परिस्थितियों में शिकायतें ढूढ़ते रहेंगें तो उनमें छिपे अवसरों को कभी पहचान नही पाएंगे।

143) आपने कितनी मेहनत की ये महत्वपूर्ण नही है आपने सही दिशा में कितनी मेहनत की है ये महत्वपूर्ण है।

144)आत्म विश्वास कोई बाहरी वस्तु नही है, स्वयं के अस्तित्व और क्षमताओं को जानकर उन्हें बेहतर बनाना , उन पर विश्वास करना ही आत्म विश्वास की भावना को जन्म देता है।

145)जो पीढ़ी ईश्वर के अस्तित्व का उपहास उड़ाती हो वो कभी अपने अस्तित्व की खोज नही कर सकती।

146) अभ्यास की स्याही से लिखे जाने के लिये सूरज की अनगिनत किरणें हर रोज अपने साथ सफलता की कई कहानियां लेकर आती है।

147)अपना कार्य सिध्द करने के लिए जो अधिक से अधिक संसाधन जुटाने में लगा रहता है , वो संसाधन ही जुटाता रह जाता है और कार्य कभी सम्पूर्ण नही हो पाता।

148) वो चीज या इंसान आपके पास नही है जो आपके लिए महत्वपूर्ण है तो निराश होने के बजाए ये सोचिए कि फिलहाल जो आपके पास है क्या आपको उसके महत्व पता है?

149)अपने जीवन मे सच को प्राथमिकता देना सीखिए , तभी आपके उद्देश्य, आपकी सफलता एक काल्पनिक स्वप्न नही बल्कि एक सच्चे जीवन का आधार बनेंगे

150) गलतियां होती हैं ताकि उन्हें सुधारा जा सके।

151)अगर आपको लगता है कि आज का दिन आपके लिये अच्छा नही है तो इसका अर्थ है कि आज का दिन अच्छा बनाने के लिये आपको कुछ प्रयास करने होंगे।

152)हम जो पढ़ते हैं , जो सुनते हैं , जो सीखते हैं , वो सब तभी उपयोगी बनपाता है जब हम उसे अभ्यास के जरिये समझते हैं।

153)जब आपके विचारों में संवेदनहीनता आ जाती है तो आप अपने सपनों के लिए नही बल्कि स्वार्थ के लिए कार्य करने लगते है।

154)स्वाध्याय से ही तथ्यों की सही समझ विकसित की जा सकती है।

155)आपको लगता है कि आप किसी गलत चीज़ में हैं या गलत लोगों के साथ हैं तो उसमें से बाहर निकलना सिर्फ़ आपके एक निर्णय पर ही निर्भर करता है।

156)दूसरों को समझाने से पहले खुद को अपनी प्राथमिकताएं समझाइए।

157)अगर खुद को बेहतर बनाना है तो गलत लोगो से समझौते करना छोड़ना पड़ता है।

158)आपका व्यक्तित्व किसी भी व्यवसाय से जुड़ा हो 
परन्तु उस व्यक्तित्व का आधार मानवता होना चाहिए।

159)जो जिंदगी किसी उद्देश्य को समर्पित की जाती है वो जिंदगी ख़त्म नही होती, पूरी होती है।

160)निःस्वार्थ भावना से कोई कार्य वही व्यक्ति कर सकता है जिसका उद्देश्य देश की उन्नति हो।

161)समस्याएं उनके लिए संकट बन जाती हैं जो उनके समाधान सावधानी की बजाए चिंता करके खोजते हैं।

162)हमेशा सब लोग आपको समझें आपको स्वीकार करें ये जरूरी नही है, इससे निराश होने के बजाए समझाने के नए तरीके खोजें और अस्वीकार्यता को भी प्रशंसा जितना ही महत्व देना सीखें।

164)जीत से ज्यादा जज़्बा सीखने का रखने वाले कभी नही हारते।

165)किस्मत के बन्द दरवाजे उन्हीं के लिए खुलते हैं जिनके हाथों में मेहनत की चाबी होती है।

166)अगर हम भटक रहे हैं तो हमारे मन मे ही अँधेरा है क्योंकि दुनिया मे तो रास्ते दिखाने के लिए हर रोज सवेरा होता है।

167)सपनों की दीवारों में मुश्किलों की दरारें पडेंगी मगर

तुम अपनी मेहनत की सीमेंट से उन्हें भरते रहना।

168)जब हम सबसे जुदा हो जाते हैं

तो कुछ अपनी तरह हो जाते हैं

169)मंजिलों को महसूस होने दो कि रास्तो ने कितने संघर्ष झेले हैं।

170)चार लोगों के तानों से , बेइज्जती से , लानतों से, 

चार लोगों की बकवास चार बातों से ,

सबसे लड़कर आगे बढ़ना होता है

इनमें उलझे रहे तो खुद भी चार लोगों में शामिल हो जाओगे।

171)दिन वो नही जब तुमने तीन बार खाया है,
दिन वो है जब तुमने किसी को दो निवाला खिलाया है।

172)आपका आगे बढ़ना आपकी मुश्किलों पर नही आपकी हिम्मत पर निर्भर करता है।

173)ईश्वर का आशीर्वाद हमेशा हमारी मेहनत में समाहित रहता है।

174)एक योद्धा का आत्मविश्वास उसके युध्द अभ्यास का ही प्रतिबिंब होता है।

175)विचार अगर सच्चे हों तो वचन स्वाभाविक रूप से निष्पक्ष हो जाते है

176)विवाद और बहस ही जरूरी नही है, बात करना भी एक विकल्प हो सकता है।

177)स्वीकार करना जरूरी है, सुनना जरूरी है, समझना जरूरी है, बेमतलब हो हल्ला मचा कर विवाद नही सुलझाए जा सकते।

178)हम शुरुआत करते हैं फिर छोड़ देते हैं
लाखों सपने हर रोज इसी तरह टूट जाते हैं

179)होंगें सभी रोशन
निराश हैं जो मन
अभी धूमिल हैं स्वप्न
चमकेंगे जैसे स्वर्ण
एक न एक दिन

180)कार्य सफल वही होते हैं जिनके लिए व्यक्ति स्वयं को भी समर्पित कर देता है।

181) अवसाद के दौर से जूझती दुनिया में जो खुद को संयमित रखकर दूसरों को भी मार्गदर्शन दे सकता है वो एक शिक्षक ही हो सकता है।

182)दस तरह के लोग दस तरह से चीज को समझाते हैं, इस  शोर में अपने तरीके से चीजो को समद पाना ही एकाग्रता हैं।

183)जिस देश का युवा अपने अधिकारों के लिए कुछ नहीं  बोल सकता , वो देश कभी दुनिया का प्रतिनिधित्व नही कर सकता।

184)ईश्वर, प्रकृति, आध्यात्म, राष्ट्र, माता पिता, ये इतने महान हैं कि इन की हम महत्ता स्वयं नहीं समझ सकते,  फिर उस गुरु की महानता का मात्र अनुमान ही लगाया जा सकता है जो इब सब की महत्ता हमें समझाता है।

185)जिस मोड़ पे सबको अंधेरा दिखता है, एक शिक्षक उसी मोड़ से नई रोशन राहें खोज लेता है।

186)जो ज्ञान हम अपने शिक्षकों से सीखते हैं वो गूगल सर्वर पर स्टोर डेटा से भी अधिक मूल्यवान होता है।

187)शरीर की सौ बीमारियों से अधिक दुखदायी एक मानसिक चिंता होती है।

188)अगर आपके सामने मुसीबत है तो आप आगे बढ़ रहे हैं।

189)एक उत्साहित युवा के स्वप्न और प्रयासों को महत्व न देने वाली शासन व्यवस्था राष्ट्र को पराधीन बनाने की दिशा में कार्यरत होती है।

190)आप स्वयं अपने आप मे एक ईश्वरीय अनुभूति हैं , इसे महसूस करना ही अलौकिकता की परिभाषा है।

191)ख़ुद से लड़कर और झगड़कर कुछ ऐसे जीना है
ख़ुद से बेहतर खुद से ज्यादा रोज सँवरना है।

192)जिस व्यक्ति की सोच किसी दूसरे की देन होती है , वो जीवन भर किसी और का जीवन जीता है।

193)सपने सिर्फ़ देखने ही नहीं पड़ते, उनके लिए पूरी जिंदगी लगानी पड़ती हैं।

194)मिचमिचाती हुई आँखों पर नींद की जगह जब कुछ करने का ख़्याल आने लगे तो सपने उसी सुबह से  हकीकत बनने लगते हैं

195)दूसरों को सुनने का धैर्य उसी व्यक्ति के पास होता है जिसमें स्वयं को सुनने की रूचि होती है।

196)रोकने वालों की भीड़ में खोजो उसे जो तुम्हें हमेशा आगे बढ़ाता रहे ...

197)काल्पनिक किरदारों की जगह वास्तविक किरदारों से सीखने की कोशिश करिए ... तभी आप वास्तविक समस्याओं से लड़ना सीख पायेंगे।

198)रात के देखे सपने दिन की कड़क धूप में मुरझा न जाएं इसलिए जरूरी है कि उन्हें आपकी मेहनत की नमी मिलती रहे...

199)दूसरों के भटकावे में हम तभी आते हैं जब हमारा स्वयं का मन स्थिर नहीं होता .

200)हमें अक्सर पता होता है कि हमारी गलती क्या है पर हम बहाने  बनाने में इतने पारंगत हो चुके हैं कि खुद को भी बहाने सुनाकर अपनी गलतियाँ छुपा लेते हैं।

201)आप शिकायत करते हैं लेकिन संकल्प नहीं करते क्योंकि आपके मौजूदा हालात आपके लिए काबिल-ए-बर्दाश्त हैं।

- आस्था जैन "अन्तस्" 

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